Agristack:किसानों भाइयो क्या आप जानते है की आपको सरकारी योजनाओं का सीधा और पारदर्शी लाभ दिलाने के उद्देश्य से एग्रीस्टैक योजना के तहत किसान पहचान पत्र (कृषि आईडी) बनाए जा रहे हैं। पंजीयन के माध्यम से कृषि भूमि धारक की पहचान को भू-स्वामित्व से जोड़कर सत्यापित किया जा रहा है, जिससे किसान सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं का लाभ बिना किसी बाधा के प्राप्त कर सकें। इसके लिए आपको क्या करना होगा आइए इसके बारें में जानते है.
किसानो को मिलेगा सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ:
किसान भाइयों आप सभी की जानकारी के लिए बता दें कि एग्रीस्टैक (agristack)के तहत पंजीकृत किसानों को केंद्र सरकार की योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, पीएम फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी), उर्वरक सब्सिडी, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना, राज्य सरकार की योजनाओं जैसे मृदा स्वास्थ्य कार्ड, कृषि ऋण योजना, मुख्यमंत्री किसान सहायता योजना, कृषि यांत्रिकीकरण आदि का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही आईसीसीसी, राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली, बीज ट्रेसिबिलिटी सिस्टम और किसान कॉल सेंटर जैसी उन्नत डिजिटल सेवाएं भी किसानों के लिए सुलभ होंगी।
पंजीकरण कराने से प्रशिक्षण और कार्य की प्रगति
खबरों की माने तो जिले में किसान पंजीयन में तेजी लाने के लिए 6 नवंबर 2024 को राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। इसके बाद 3 दिसंबर 2024 को संयुक्त कलेक्टर रामसिंह ठाकुर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स द्वारा तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी, कृषि विभाग के अधिकारियों एवं अन्य संबंधित कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया।
पंजीयन कराने वाले किसानो की संख्या
मीडया रिपोर्ट्स की माने तो पीएम किसान योजना के तहत जिले में 90 हजार 525 किसानों के पंजीयन का लक्ष्य रखा गया है। अब तक जिले में 22 हजार 878 किसानों का पंजीयन हो चुका है। शेष किसानों के पंजीयन के लिए कैंप लगाकर काम किया जा रहा है। प्रशासन का लक्ष्य जल्द से जल्द सभी पात्र किसानों का पंजीयन कर उन्हें योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाना है।
जिला प्रशासन क्या कहा
कलेक्टर विलास भोस्कर ने किसानों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द अपना पंजीयन करवाएं ताकि उन्हें केंद्र और राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ मिल सके। इसके लिए किसान अपने नजदीकी तहसील, ग्राम पंचायत या कृषि कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।